श्री हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम में पुर्व PM के पुत्र सुनील शास्त्री तथा कमल यादव भी शरीक हुए।
सत्य ख़बर, गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज :
5 मार्च मंगलवार को सुशांत लोक “सी” ब्लॉक कम्युनिटी सेंटर में हनुमान चालीसा पाठ की मुहिम के तहत शाम छ: बजे बोधराज सीकरी की अगुवाई में गजेंद्र गोसाई ने संगीतमय तरीक़े से हनुमान चालीसा पाठ का शुभारंभ पंडित भीम दत्त के माध्यम से मंत्रोच्चारण से करवाया। मंगलाचरण उपरांत गायकी से पाठ का शुभारंभ यजमान जगदीश डुडेजा ने अपनी पत्नी के साथ पूजा-अर्चना से करवाया और सह आयोजक जगदीश बंसल भी उपस्थित रहे।
21 बार पाठ होने के बाद बोधराज सीकरी ने रामायण और हनुमान चालीसा पाठ के अद्भुत उदाहरण पेश कर वहाँ बैठी संगत का मन गद्गद कर दिया क्योंकि ऐसे-ऐसे दृष्टांत प्रस्तुत किए जो लोगों ने कभी सुने नहीं थे। इससे बोधराज सीकरी के स्वाध्याय का आभास होता है। भाई-भाई का संबंध, गुरु शिष्य का संबंध, मर्यादा की पराकाष्ठा, कर्तव्य परायणता के मंत्र सभी को ऐसे प्रस्तुत किया मानो स्क्रीन पर उसका रूपांतर प्रस्तुत हो रहा हो। हॉल 300 से अधिक लोगों से खचाखच भरा हुआ था और बड़े ही शांत स्वाभाव से लोग बोधराज सीकरी को सुन रहे थे मानो संत समागम चल रहा हो। आज का केंद्र बिंदु था भरत और हनुमान की भक्ति का तुलनात्मक दृश्य।
सीकरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि वे प्रायः राजनीति के लोगों को अपने पाठ में नहीं बुलाते जबकि एक साल से अधिक इस मुहिम को हो गया है परंतु उन्होंने कमल जी को एक तो सुशांत लोक वासी होने के नाते बुलाया है और दूसरा एक माता-पिता की नेक संतान को बुलाया है जो संस्कारों से ओतप्रोत है। बोधराज सीकरी ने कमल यादव की उनकी कार्यशैली की, सौम्यता की सराहना की और पगड़ी, शाल, पुष्प गुच्छ देकर उनका सम्मान किया।
इस अवसर पर स्वर्गीय श्री लाल बहादुर शास्त्री के वरिष्ठ पुत्र सुनील शास्त्री पूर्व राज्य सभा सदस्य भी उपस्थित थे। बोधराज सीकरी ने उनका सम्मान पगड़ी, शाल, पुष्प गुच्छ से किया। साथ ही आरडब्ल्यूए की टीम विष्णु खन्ना, दीपक वर्मा, संजय टंडन की भी सराहना की जिन्होंने कम्युनिटी सेंटर का जीर्णोद्धार कर उसे सुंदर बनाया।
बीते मंगलवार सुशांत लोक में 300 लोगों ने 21-21 बार पाठ किया।
इसी प्रकार जनता रिहैबिलिटेशन सेंटर में पिछले कई मंगलवार से बोधराज सीकरी की अगुवाई में जो हनुमान चालीसा पाठ चल रहा है। वहां भी 40 विद्यार्थियों ने 21-21 बार पाठ किया। वहीं
विजय टन्डन और रणधीर टन्डन की फैक्टरी के 67 कर्मचारियों ने 2-2 बार पाठ किया।